जबही नाम हृदय धरा, भया पाप का नास । मानो चिनगी आग की, परी पुरानी घास ।...
kabir ke dohe
जा कारण जग ढूंढिया, सो तो घट ही माहिं । परदा कीया भरम का, ताते सूझे नाहिं...
जल ज्यों प्यारा माछरी, लोभी प्यारा दाम । माता प्यारा बालका, भक्तना प्यारा नाम ।। अर्थ: जैसे...
जा घर गुरु की भक्ति नहि, संत नहीं समझना । ता घर जाम डेरा दिया, जीवन भये...
जागन में सोवन करे, सोवन में लौ लाय । सूरत डोर लागी रहै, तार टूट नहिं जाय...
जा पल दरसन साधु का, ता पल की बलिहारी । राम नाम रसना बसे, लिजै जनम सुधारि...
ज्यों तिल मांही तेल है, ज्यों चकमक में आग । तेरा सांई तुझी में, जागि सकै तो...
चलती चक्की देख के, दिया कबीरा रोय । दुइ पट भीतर आइके, साबित बचा न कोय ।।...
छीर रूप सतनाम है, नीर रूप व्यवहार । हंस रूप कोई साधु है, तत का छानन हार...
छिन ही चढ़े छिन उतरे, सो तो प्रेम न होय । अघट प्रेम पिंजरे बसे, प्रेम कहाबै...