kabir ke dohe आहार करे मनभावता, इंद्री की स्वाद (अर्थ) valaravim April 21, 2023 आहार करे मनभावता, इंद्री की स्वाद । नाक तलक पूरन भरे, तो कहिए कौन प्रसाद ।। अर्थ: जो मनुष्य इंद्रियों के स्वाद के लिए पूर्ण नाक तक भरकर खाय तो प्रसाद कहा रहा ! Continue Reading Previous: आवत गारी एक है, उलटन होय अनेक (अर्थ)Next: आए हैं सो जाएँगे, राजा रंक फकीर (अर्थ) Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Related Stories kabir ke dohe वीरता के ऊपर वीरता के ऊपर कबीर के दोहे – kabir ke dohe valaravim May 27, 2023 kabir ke dohe छात्रों के ऊपर छात्रों के ऊपर कबीर के दोहे – kabir ke dohe valaravim May 27, 2023 kabir ke dohe क्रोध के ऊपर क्रोध के ऊपर कबीर – kabir ke dohe valaravim May 27, 2023