उज्ज्वल पहरे कापड़ा, पान-सुपारी खाय ।
एक हरि के नाम बिन, बाँधा यमपुर जाय ।।
अर्थ: उजले कपड़े पहनता है और पाण-सुपारी खाकर अपने तन को मैला नहीं होने देता। इतना करने के बाद भी अगर तू हरी गुण नहीं गाता तो नर्क ही मिलता है ।
अर्थ: उजले कपड़े पहनता है और पाण-सुपारी खाकर अपने तन को मैला नहीं होने देता। इतना करने के बाद भी अगर तू हरी गुण नहीं गाता तो नर्क ही मिलता है ।